सफलता के तीन सबसे जरुरी राज़ जो आपको किसी ने नहीं बताये|PIE

सफलता के तीन सबसे जरुरी राज़ जो आपको किसी ने नहीं बताये

अपने करियर को अच्छा बनाने के लिए हमें इन तीन चीजों का सबसे ज्यादा ध्यान रखना है अगर हम यह तीन चीजों पर सबसे ज्यादा ध्यान रखेंगे तो हमारा कैरियर बहुत ही अच्छा और सफल होगा तो जानते हैं क्या है यह तीन चीजें यह चीजें मैं अपना अनुभव से बता रहा हूं और कुछ जो मैंने सीखा है अपने मित्रों से |

यह PIE मॉडल है पाई , तो जैसा कि आप सब जानते ही होंगे मैथमेटिक्स (Mathematics) में हम PIE (पाई)  Chart (चार्ट) use करते हैं जो कि एक होता है गोलाकार चार्ट जिसके अंदर सेक्शंस (sections) होते हैं | 

PIE Chart

इसमें जो पहली चीज है पाई का पी –  जिसका मतलब है परफॉर्मेंस (Performance) आई का मतलब है इंपैक्ट (Impact) और का मतलब है एक्स्पोज़र(Exposure) |

 यह तीन बहुत इंपॉर्टेंट (important) पॉइंट्स (Points)  है जिनको आप को ध्यान रखना है और जो कि हमारे कैरियर (carrier)  को ऊंचाई पर ले जाने के लिए सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट (important)  है तो यह जानते हैं क्या है यह 3 पॉइंट |

यह 3 पॉइंट्स (points) आपके अंदर होने ही चाहिए अगर आप एक सफल कैरियर (carrier) चाहते हैं तो जो भी आप का वर्क (work) है या आप किस क्षेत्र (field) से है | जिस किसी  भी प्रोजेक्ट (project) पर काम कर रहे हैं जिन लोगों के साथ आप काम कर रहे हैं  | इन तीनो पॉइंट्स को आपको ध्यान में रखना है 

हमारी करियर के शुरुआती 10 साल जो होते हैं वह हमारी  हमारी परफॉर्मेंस (performance) के ऊपर आधारित (based) होते हैं उसमें हम सबसे ज्यादा इम्पोर्टेंस परफॉर्मेंस (performance) पर देना चाहिए , कि कोई काम जब हमें मिले तो उसे हम बहुत अच्छी तरीके से कर पाए , अगर आप 26 साल के हैं तो 10 साल इसमें ऐड (add) करके आप जब तक 36 साल के हो जाते हैं तब तक आपको एक अच्छा परफ़ॉर्मर (performer) बनकर परफॉर्म (perform) करना है | 

तो परफॉर्मेंस का सबसे सिंपल (simple) ऑब्जेक्ट (object)  है जो भी काम आपको मिले उस काम को आप अच्छे से पूरा करें और सही समय (time) पर पूरा करें इसीलिए लाइफ के 20 से 30 साल तक यानी आपके करियर के शुरूआती 10 साल यह हमारी परफॉर्मेंस (performance) के ऊपर आधारित (based) होते है |

सच मानो मित्रो  शुरुआत में हमको बहुत मेहनत करनी होती है और यही साबित करना होता है | हमें लगातार  परफॉरमेंस इम्प्रूव (performance improve)  करनी है,  जब तक की हम अपनी फील्ड का नंबर एक खिलाडी नहीं बनते है तब तक  |  अपनी फील्ड के जो भी काम आपको मिलता है उस काम को आप को बहुत अच्छे तरीके (system) से अच्छी क्वालिटी (Quality) और सही टाइम (right time) पर वह काम हमे करना है | इसके लिए हमे हमारे मैनेजर से अच्छे फीडबैक (feedback) लेना है,  तभी जाकर हम सक्सेसफुल (successful) और ग्रो (grow) करते है |

Impact – दोस्तों दूसरा सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट है इंपैक्ट जब आपकी उम्र लगभग 30 से 40 साल के बीच की होती है तब परफॉर्मेंस के अलावा कुछ और भी आपको अपने काम में ऐड (add on) ऑन करना पड़ेगा तभी आप अपने करियर को सफल बना सकते हैं ऐडऑन का मतलब है कि सिर्फ परफॉर्म करने से ही काम नहीं चलेगा |

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मेरा मानना यह है कि अगर आप जो भी काम कर रहे हैं जिस भी काम को आप अच्छे से कर रहे हैं उसका इंपैक्ट (impact)  कैसा है किन लोगों के साथ काम कर रहे हैं और,  जो लोग काम कर रहे हैं उन लोगो के लिए हमने वैल्यू (value) क्रिएट (create ) करि है की नही | 

यहां पर आकर आपको अपने सीनियर लीडर्स जिनके साथ आप काम कर रहे हैं उनको इंपैक्ट दिखाना है |

जब तक आप उनको वह वैल्यू नहीं दोगे तब तक आप ग्रो नहीं कर पाओगे सही मायनों में आपको हर काम नहीं लेना है , आपको वही काम करना है जो कि मैन प्रोजेक्ट (main project) है, जो कि मैनेजमेंट या आपके बॉस को सबसे ज्यादा इम्पैक्ट (impact) देता है और जो की मैन बिजनेस (main business ) |

है आपको उसमें आना चाहिए तो इसका मतलब यह मान सकते हैं कि शुरुआती 10 साल परफॉर्मेंस के ऊपर भेज देते हैं और बाकी के जो 10 साल है वह जो प्रोजेक्ट आप जिन पर काम कर रहे हो वह मैन प्रोजेक्ट, जो कि कंपनी की मेन स्ट्रेटजी (main strategy) को परिभाषित (define) करते हैं या मैनेजमेंट के लिए सबसे ज्यादा इंपॉर्टेंट है | अगर आप उन प्रोजेक्ट में है तो आप अपने करियर में यह 2 पॉइंट ऊपर हो जाते हैं और आप सफल से बहुत सफल होने के लिए बढ़ते रहते हैं | 

3. Exposure – कैरियर का जो सबसे इंपोर्टेंट चरण है वह है थर्ड स्टेज (third stage) जोकि एक्स्पोज़र (exposure) है |

अब एक्स्पोज़र से हम क्या समझते हैं- अब आप बहुत अच्छा परफॉर्म (performance) भी कर रहे हैं आप उन मेन प्रोजेक्ट में भी है जो कि कंपनी की स्ट्रैटेजी (strategy) से aligned है और आप के मैनेजर के लिए बहोत important है या आपके बिजनेस के लिए बहुत इंपोर्टेंट है, उसके अलावा अब जो पॉइंट है वह है एक्स्पोज़रअब , इसका मतलब यह है कि आपका  एक्स्पोज़र होना चाहिए आपके मैनेजर के साथ जो भी आप काम करते हो उसमें आप दिखने चाहिए, 

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जब तक आप देखेंगे नहीं तब तक आप हाईलाइट नहीं हो पाएंगे आप लाइट में नहीं आ पाएंगे और आप ग्रो नहीं कर पाएंगे | इसके लिए आपको अपने एनवायरनमेंट (enviornment) पर काम करना होगा आपको ऐसे लोगों के साथ रहना होगा जो एक बहुत अच्छे मुकाम पर है, और जिनके अच्छे कॉन्टेक्ट्स  (contacts) है और जो करियर में एक ऊंचे लेवल (high level)  पर हैं आपको उन लोगों की व्यू  (view) में आना चाहिए | सफल करियर बनाने का मतलब सिर्फ परफॉर्मेंस ही नहीं होता और ना ही सिर्फ इंपैक्ट होता है बल्कि  साथ के साथ आपका  एक्स्पोज़र भी चाहिए होता है जो कि सबसे ज्यादा इंपोर्टेंट है|

यह तीनों क्वालिटी जिस भी आदमी में होंगी आप देखेंगे कि वह व्यक्ति अपनी फील्ड के अंदर बहुत ही सक्सेसफुल (successful) होगा क्योंकि सिर्फ एक परफ़ॉर्मर (performer) नहीं है या वह सिर्फ ऐसे (main) प्रोजेक्ट (project) में नहीं है जो कि बहुत इंपैक्ट (impact) देते हैं बल्कि वह आदमी कहीं ना कहीं एक्सपोज़र (exposure) में भी सबसे आगे होगा |

और इन तीनों वॉलिटी (Qualities) अगर आप अपने अंदर इनबिल्ट (inbuilt) रखते हैं तो आप अपने करियर (career) में बहुत सफलता मिलेगी | यहां पर आने के बाद आपके पास बहुत सारी अवसरों (opportunities) आती हैं और आप बहुत सक्सेसफुल (successful) होते हैं ||

मित्रों  इसका मतलब यह है कि आपको तीनों में अच्छा होना होगा सिर्फ परफॉर्मेंस ही काफी नहीं है या सिर्फ impact भी काफी नहीं है | आपके अंदर अगर तीनों चीजें हैं – आप आम अच्छा कर रहे हो , आप जिन प्रोजेक्ट में हो वह मैन प्रोजेक्ट (main project ) हो वह वह प्रोडक्ट कंपनी की मैन स्ट्रेटेजी (strategy) वाले प्रोजेक्ट हूं ऐसे प्रोजेक्ट नहीं हो जो कि किसी काम के नहीं है और अगर आप जिन भी लोगों के साथ हो वहां पर आपका नेटवर्क कैसा है  तो आपके  बहुत सफल होने के चांसेस (chances) सबसे ज्यादा बढ़ जाते हैं |

दोस्तों यह सभी बातें इस किताब के अंदर डिस्कस की गई हैं , यह किताब इंग्लिश में है | इस किताब को आप एक बार जरूर पढ़े – So, good they can’t ignore you.सो गुड थे कन्नोत इग्नोर यू “ इस बुक के ऑथर कॉल न्यूपोर्ट ने 500 लोगों का इंटरव्यू (interview) लिया और उन पर रिसर्च करी  | यह सभी लोग लगभग 50 की उम्र के थे और अपने करियर में बहुत सफल थे , जब इनका इंटरव्यू लिया था |

इस बुक के ऑथर – कॉल न्यूपोर्ट ने इस बुक में यह  यह बताया है कि उनकी प्रोफेशनल (professional ) लाइफ का curve किस तरीके का था, वह कैसे अपनी लाइफ में इतने सफल कैसे थे | क्यों वह सफल लोग अपने पर्सनल एंड प्रोफेशनल लाइफ में  इतनी खुश क्यों थे | 

 इस किताब में में 20 से 30 उम्र के जोलोग थे उनकी एक क्वालिटी को इस किताब के  ऑथर कॉल न्यूपोर्ट (Cal Newport)  ने बताया है रेयर एंड वैल्युएबल स्किल (rare and valuable skill) इसको हम पर परफारमेंस के साथ जोड़ सकते हैं |

इसमें  रेयर का मतलब यह है कि वह काम जो दूसरे नहीं कर सकते और सिर्फ आप कर सकते हो और वैल्यू का मतलब वह कि काम की वैल्यू हो वह कंपनी के आप के मैनेजर के गोल को पूरा करें यानी अगर आप लोगों की लाइफ को  बेहतर कर रहे हो , उनकी लाइफ में वैल्यू ऐड कर पा रहे हो |

क्योंकि अगर आप  एक बेहतरीन  परफॉर्मर है और अगर आप किसी अच्छे प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं और अगर आपको एक्सपोजिशन मिल रहा है तो आपको सफलता से कोई नहीं रोक सकता है|  

लोग आपको आपके नाम से और आपके काम से जाने लगेंगे|  अब आप खुद भी अपने आप को देखें कि आप अपने करियर में किस जगह पर है  या किस मोड़ पर हैं और आप कहां जाना चाहते हैं |

यह आपको इंटेंशनली सोचना होगा कि आप किन प्रोजेक्ट पर काम करना चाहते हैं आप किन लोगों के साथ रहना चाहते हैं और ऐसे कौन से 10 लोग हैं जो आपको आपके करियर में हेल्प कर सकते हैं |

यह सब आपको देखना होगा और ऐसे लोगों के साथ जो आपको हेल्प कर सके , आपको ऐसे प्रोजेक्ट्स में डालें जिसमें आपका इंटरेस्ट हो , जिसमें आपकी विजिबिलिटी हो आप दिखे |

अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो यह इससे मिली-जुली कोई और जानकारी आपके पास हो तो कृपया करके कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं और मैं इससे भी अच्छी और भी जानकारी भरी बातें आपके साथ शेयर करूँगा आपकामित्र|